Palamu Crime News : पांकी में पति की पिटाई से पत्नी की मौत, हत्या का आरोप
रिपोर्टर: शत्रुधन कुमार सिंह/ JKJ News
Palamu Crime News (JKJ News) : पलामू जिला के पांकी थाना क्षेत्र अंतर्गत छापर गांव में घरेलू हिंसा की एक भयावह घटना सामने आई है। यहां पति द्वारा कथित रूप से पीटे जाने के बाद एक महिला की मौत हो गई। मृतका की पहचान रीता देवी (उम्र लगभग 28 वर्ष) के रूप में हुई है। मृतका की मां ने अपने दामाद अशोक सिंह पर हत्या का आरोप लगाया है।
मामूली विवाद बना जानलेवा
परिजनों के अनुसार, 22 जून की रात किसी मामूली पारिवारिक विवाद के बाद अशोक सिंह ने शराब के नशे में रीता देवी की बेरहमी से पिटाई कर दी थी। गंभीर रूप से घायल रीता को पहले स्थानीय स्तर पर प्राथमिक इलाज के लिए ले जाया गया, लेकिन तबीयत बिगड़ने पर उसे रांची के रिम्स अस्पताल रेफर किया गया। रिम्स में इलाज के दौरान शुक्रवार को रीता देवी की मौत हो गई।
मायके वालों का आरोप: यह एक साजिशन हत्या है |
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रीता देवी की मां एवं अन्य परिजनों का कहना है कि यह केवल एक घरेलू हिंसा का मामला नहीं, बल्कि एक सुनियोजित हत्या है। परिजनों ने अशोक सिंह पर पूर्व से प्रताड़ना और हिंसा का आरोप लगाया है। उन्होंने पांकी थाना में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है जिसमें उन्होंने अशोक सिंह पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है।
थाना प्रभारी का बयान
पांकी थाना प्रभारी राजेश रंजन ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने पीड़ित परिवार को निष्पक्ष जांच और दोषियों को सख्त सजा दिलाने का आश्वासन भी दिया।
मंजुलता ने दिया न्याय दिलाने का आश्वासन
इस दुखद घटना की जानकारी मिलते ही समाजसेविका मंजू लता दुबे पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचीं। उन्होंने परिवार को न्याय का भरोसा दिलाते हुए कहा कि वे इस मामले में हर स्तर पर आवाज उठाएंगी और दोषी को सजा दिलवाने के लिए संघर्ष करेंगी।
गांव में शोक और आक्रोश
रीता देवी की मौत से गांव में गम और गुस्से का माहौल है। ग्रामीणों ने घटना की निंदा करते हुए आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि महिला सुरक्षा के मामले में प्रशासन को और सख्त रुख अपनाना चाहिए ताकि ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो।
तितलंगी में बिना आमसभा कराए की जा रही आंगनबाड़ी सहायिका की बहाली, ग्रामीणों ने जताया विरोध
पांकी प्रखंड के लोहरसी पंचायत अंतर्गत तितलंगी गांव में आंगनबाड़ी केंद्र पर सहायिका पद के लिए बिना आमसभा कराए चयन प्रक्रिया चलाने का मामला सामने आया है। इसको लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। जानकारी के अनुसार, तितलंगी गांव के आंगनबाड़ी केंद्र में सहायिका पद के लिए आमसभा कर ग्रामीणों की उपस्थिति में पारदर्शी चयन प्रक्रिया होनी थी, लेकिन अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों द्वारा मिलीभगत कर बिना आमसभा कराए अपनी पसंद की महिला को चुनने की कोशिश की जा रही है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि पांकी की आंगनबाड़ी सुपरवाइजर जागृति देवी, लोहरसी पंचायत की मुखिया चिंता देवी और वर्तमान सेविका शारदा देवी ने मिलकर शारदा देवी की छोटी गोतनी के पक्ष में चयन करवा दिया। ग्रामीणों ने इस मनमानी और अपारदर्शिता के खिलाफ विरोध दर्ज कराया है और निष्पक्ष चयन प्रक्रिया की मांग की है। फर्जी सर्टिफिकेट और मोटी रकम लेकर हो रही बहाली!
यह अकेला मामला नहीं है। ग्रामीणों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पांकी प्रखंड के अन्य पंचायतों में भी सेविका व सहायिका पद के लिए चयन प्रक्रिया में भारी गड़बड़ियाँ हो रही हैं। कई जगहों पर फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों के आधार पर अधिक अंक दर्शाकर बहाली की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि इस पूरी प्रक्रिया में कुछ अधिकारी और दलाल सक्रिय हैं जो मोटी रकम लेकर चयन करवा रहे हैं। इसके चलते योग्य व जरूरतमंद महिलाएँ वंचित हो रही हैं।
जनता की मांग - हो निष्पक्ष जांच
ग्रामीण दिलीप पासवान, विपिन पासवान, पंकज पासवान ,विशाल पासवान, कुलदीप पासवान ,रंजीत पासवान, विदेशी यादव ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच हो और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी धांधलियों पर रोक लग सके।
पांकी में पत्रकार पर जानलेवा हमले के मामले ने पकड़ा तूल, भाजपा नेत्री मंजुलता दुबे ने प्रशासन की कार्रवाई पर उठाए सवाल
पांकी (पलामू), 2 जुलाई 2025 पांकी में एक सम्मानित पत्रकार पंकज कुमार सिंह पर हुए जानलेवा हमले के मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। भाजपा नेत्री मंजुलता दुबे ने इस घटना को गंभीर बताते हुए पांकी प्रशासन की कार्यवाही पर असंतोष जताया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से एक पत्रकार पर पूर्व नियोजित हमला किया गया और पुलिस ने अब तक ठोस कार्रवाई नहीं की, वह निंदनीय है।
मंजुलता दुबे ने आज एक प्रेस वार्ता कर पूरे मामले की सच्चाई को सामने रखा। उन्होंने बताया कि पत्रकार पंकज सिंह के घर और हमलावर बारीक मियां के घर के बीच एक सरकारी रास्ता है, जिसे बारीक मियां एवं उनके भाइयों द्वारा धीरे-धीरे अवैध रूप से बंद करने का प्रयास कर रहा था। जब पत्रकार ने इस जनहित के मुद्दे को अंचल कार्यालय में उठाया और रास्ता खाली कराने की प्रक्रिया शुरू कराई, तब इस रंजिश में उन्हें निशाना बनाया गया।
भाजपा नेत्री मंजुलता दुबे ने साफ कहा कि वह इस मामले को लेकर मुहर्रम पर्व के बाद उच्च स्तरीय जांच की मांग करेंगी। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन लोकतंत्र के चौथे स्तंभ यानी पत्रकार की रक्षा नहीं कर सकता, तो यह शासन और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा करता है।
उन्होंने मांग की है कि:
मामले की निष्पक्ष एवं उच्च स्तरीय जांच हो,
हमलावरों पर कठोर धाराओं में कार्रवाई हो,
पत्रकार एवं उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए,
और सरकारी रास्ते के अतिक्रमण की निष्पक्ष जांच कर अविलंब कार्यवाही की जाए।
यह घटना न सिर्फ एक व्यक्ति पर हमला है, बल्कि जनहित और पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर भी चोट है, जिसे किसी भी हाल में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।