शत्रुध्न कुमार सिंह / JKJ News
Panki Durga Puja (JKJ News) : नवरात्रि के पावन अवसर पर जहां एक ओर पूरा क्षेत्र भक्ति और आस्था में डूबा हुआ है, वहीं दूसरी ओर पांकी में समाज की भलाई और स्वच्छता के संदेश को आगे बढ़ाने के लिए एक अनूठा प्रयास किया गया। शनिवार को फाइटर मंजूलता की अगुवाई में पांकी में सफाई जन-जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया।
यह अभियान सफाई यात्रा की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए कर्पूरी चौक से शहीद भगत सिंह चौक तक सांकेतिक रूप से निकाला गया। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वच्छता के महत्व के प्रति जागरूक करना और समाज में सफाई को जन-आंदोलन का रूप देना था।
मां दुर्गा के रूप में बेटी कलाकार ने दिया संदेश
इस अभियान की खास झलक एक बेटी कलाकार रही, जिसने स्वयं मां दुर्गा का रूप धारण कर लोगों के बीच यह संदेश दिया कि देवी शक्ति स्वयं सफाई का संदेश लेकर निकली हैं। इस सांकेतिक प्रस्तुति का उद्देश्य यह बताना था कि स्वच्छता न केवल स्वास्थ्य और समाज के लिए आवश्यक है, बल्कि यह आस्था और शक्ति का भी प्रतीक है। मां दुर्गा के रूप में संदेश देने वाली इस बेटी कलाकार ने लोगों से अपील की कि— यदि हम सच्चे भक्त हैं तो अपने घर, मोहल्ले और नगर को स्वच्छ और सुंदर बनाने में योगदान दें।”
समाज के कई गणमान्य लोग जुड़े इस जन-जागरूकता सफाई अभियान में पांकी के विभिन्न वर्गों और संस्थानों से लोग शामिल हुए। एक्सेंट पब्लिक स्कूल और शिक्षा निकेतन के प्रिंसिपल श्री बिनोद सिंहा ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि बच्चों और युवाओं को सफाई की आदत डालना ही असली शिक्षा है।समाजसेवी रीता चौहान ने इसे महिला शक्ति का प्रतीक बताया और कहा कि महिलाएं अगर ठान लें तो हर मोहल्ला स्वच्छ बन सकता है। कलाकार रतन गहलोत, शिव मेलन, धर्मेंद्र, ललिता, रासमनती, पुनीता सहित कई मातृशक्ति इस यात्रा में शामिल हुईं। सभी ने मिलकर पांकी को स्वच्छ और सुंदर बनाने का संकल्प लिया।
मंजूलता का संकल्प
अभियान की अगुवाई करने वाली फाइटर मंजूलता ने कहा—
“नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा केवल आरती और भक्ति तक सीमित नहीं रहनी चाहिए। हमें उनकी शक्ति और प्रेरणा से समाज में बदलाव लाने का काम करना होगा। स्वच्छता अभियान में सभी की भागीदारी जरूरी है, तभी पांकी को स्वच्छ और स्वस्थ बनाया जा सकता है।”
जनता का आह्वान
अभियान के अंत में सभी प्रतिभागियों ने एक स्वर में नारा लगाया—
“आइए, मिलकर पांकी को स्वच्छ और सुंदर बनाएं।”
लोगों ने यह भी कहा कि सफाई केवल एक दिन का आयोजन नहीं, बल्कि इसे आदत और जीवनशैली बनाना होगा।
पांकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बन रहा एप्रोच रोड सवालों के घेरे में
शत्रुध्न कुमार सिंह/ JKJ NEWS
पांकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में बन रही नई बिल्डिंग का निर्माण कार्य अंतिम चरण में पहुँच चुका है। मरीजों और आमजनों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मुख्य द्वार से बिल्डिंग तक एक एप्रोच रोड का निर्माण कराया जा रहा है। लेकिन इस रोड निर्माण की गुणवत्ता और प्रक्रिया को लेकर स्थानीय स्तर पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य में घटिया क्वालिटी की ईंटों और न्यूनतम सीमेंट का प्रयोग किया जा रहा है। रोड की ढलाई न केवल मानक से कम दिखाई दे रही है बल्कि मजबूती और ऊँचाई पर भी सवाल उठ रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि पूरा काम बिना किसी तकनीकी अधिकारी की निगरानी के चल रहा है। कुछ दिन पूर्व जब निर्माण स्थल पर मौजूद मुंशी से जूनियर इंजीनियर (जे.ई.) या तकनीकी अधिकारी की गैरमौजूदगी को लेकर सवाल किया गया तो कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। वहीं, ठेकेदार से हुई बातचीत में यह जानकारी सामने आई कि यह रोड मूल स्टीमेट में शामिल ही नहीं था।
इससे कई गंभीर सवाल उठते हैं
बिना वर्क ऑर्डर और स्टीमेट के यह रोड किसके कहने पर बन रहा है? क्या यह ठेकेदार की “जनसेवा” है या बाद में स्टीमेट रिवाइज कर पैसे की निकासी की जाएगी? अगर यह नि:शुल्क सेवा है तो भी बिना तकनीकी अधिकारी की मौजूदगी में काम क्यों कराया जा रहा है? और अगर बाद में री-स्टीमेट कर भुगतान हुआ तो घटिया निर्माण की जिम्मेदारी कौन लेगा?जानकारी के अनुसार, यह पूरी बिल्डिंग केंद्र सरकार की योजना के तहत बिल्डिंग डिपार्टमेंट द्वारा किसी बाहरी ठेकेदार से बनवाई जा रही है।
लोगों का कहना है कि जब सरकारी योजना की इमारत का निर्माण हो रहा है, तो एप्रोच रोड जैसे महत्वपूर्ण हिस्से में पारदर्शिता और गुणवत्ता के मानकों की अनदेखी क्यों की जा रही है? जब संवाददाता मौके पर पहुँचे और सवाल उठाए, तो मौजूद मुंशी काम बंद कर वहां से चला गया। जे.ई. का नंबर मांगे जाने पर गलत मोबाइल नंबर उपलब्ध कराया गया। अब बड़ा सवाल यह है कि जब एप्रोच रोड के निर्माण में इतनी अनियमितताएं और लापरवाहियां सामने आ रही हैं, तो क्या अस्पताल की नई बिल्डिंग की गुणवत्ता पर भी समझौता किया गया है? यह निश्चित रूप से जाँच का विषय है।






