डाकघर की बदहाली बनी ग्रामीणों की पीड़ा का कारण, लोग बोले कार्रवाई नहीं हुई तो होगा आंदोलन | Today Palamu News
शत्रुध्न सिंह/ JKJ NEWS
Today Palamu News : पांकी प्रखंड के डंडार कला गांव में स्थित ग्रामीण डाकघर पिछले लगभग एक वर्ष से अनियमित संचालन का शिकार बना हुआ है। डाकघर की नियमित सेवाएं ठप हैं और ग्रामीणों को आवश्यक डाक संबंधी सुविधाओं से वंचित रहना पड़ रहा है। गांव में नियुक्त ब्रांच पोस्ट मास्टर (BPM) रविरंजन कुमार सिंह की गैरहाजिरी और लापरवाही को लेकर ग्रामीणों में भारी रोष है। ग्रामीणों ने बताया कि BPM का कार्य व्यवहार मनमाने ढंग से चल रहा है। वे जब चाहें तब डाकघर खोलते हैं और अधिकतर समय अनुपस्थित रहते हैं। कई बार तो ऐसा भी होता है कि पत्रों की डिलीवरी को सिस्टम में 'कृत्रिम रूप से पूर्ण' दिखा दिया जाता है, जबकि वास्तविक रूप से पत्र बंटते ही नहीं हैं।
IPPB और बैंकिंग सेवाएं भी पूरी तरह ठप
डाकघर में संचालित इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (IPPB) की सेवाएं भी पूरी तरह से बंद पड़ी हैं। न खातों में लेनदेन हो रहा है, न ही कोई ट्रांजेक्शन की सुविधा उपलब्ध है। इससे पेंशनधारी, छात्रवृत्ति लाभार्थी और छोटे बचत खाताधारक बेहद परेशान हैं।
शिकायत के बाद भी विभाग मौन
ग्रामीणों ने जुलाई 2024 में पलामू डाक अधीक्षक को लिखित रूप से पूरे मामले की शिकायत की थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। न ही BPM को चेतावनी दी गई और न ही डाकघर की कार्यप्रणाली में कोई सुधार हुआ। इससे ग्रामीणों की समस्याएं दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं।
डाकघर भवन भी जर्जर, नहीं कोई बुनियादी सुविधा
डंडार कला का डाकघर न सिर्फ सेवाओं के मामले में बदहाल है, बल्कि इसकी भवन संरचना भी बेहद जर्जर स्थिति में है। ग्रामीणों का कहना है कि वहां ना बैठने की उचित व्यवस्था है, ना ही कागजातों को सुरक्षित रखने की कोई समुचित व्यवस्था। बरसात में पानी टपकता है और गर्मी में तंग कमरा रहने लायक नहीं होता।
मुखिया और ग्रामीणों ने जताई नाराजगी
गांव के मुखिया प्रद्युम्न सिंह ने ग्रामीणों की शिकायतों को जायज बताया और डाक विभाग से अविलंब कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं और सेवाओं का लाभ तब तक संभव नहीं है जब तक उनके संचालन में जवाबदेही न हो।
वहीं, मुन्ना सिन्हा, निपुण बाबू और अन्य ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि विभाग ने जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो वे जन आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे।
प्रशासन की चुप्पी शर्मनाक : ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि जब सरकार डिजिटल इंडिया, वित्तीय समावेशन और ग्रामीण विकास की बात करती है, तब डंडार कला जैसे गांवों में डाक सेवाओं का बुरा हाल होना देश और राज्य दोनों के लिए शर्मनाक है।
डंडार कला का डाकघर आज ग्रामीणों की बुनियादी जरूरत बन चुका है, लेकिन इसकी अनदेखी लोगों को हाशिए पर धकेल रही है। समय रहते अगर विभाग ने सुध नहीं ली तो यह लापरवाही एक बड़े आंदोलन का रूप ले सकती है।
स्वच्छ भारत मिशन को पांकी में दिखाया जा रहा है ठेंगा, मुख्य सड़क बनी गंदे पानी की नहर | Today Palamu News
शत्रुधन सिंह (JKJ News)
पलामू जिले के पांकी प्रखंड में स्वच्छ भारत मिशन की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है। पांकी से गुजरने वाली मुख्य सड़क, जो भगत सिंह चौक से डाल्टनगंज की ओर जाती है, भारी गंदगी और अव्यवस्था की चपेट में है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, सड़क के दोनों किनारों पर बनी नालियों की साफ-सफाई नहीं हुई है, जिसके कारण नालियां पूरी तरह जाम हो चुकी हैं। बरसात के मौसम में स्थिति और भी भयावह हो गई है, क्योंकि गंदा पानी नालियों में जाने की बजाय सड़कों पर बह रहा है, जिससे सड़कें मानो गंदे पानी की नदी बन गई हैं।इस स्थिति में राहगीरों को सड़क पर चलना तक मुश्किल हो गया है। स्कूली बच्चों, बुजुर्गों और बाइक चालकों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से कई बार शिकायत की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। सवाल यह उठता है कि स्वच्छ भारत मिशन की जमीनी हकीकत आखिर कब सुधरेगी, और क्या प्रशासन इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान देगा?
पांकी प्रखंड के छोटकी आसेहार में गरीबों की जिंदगी: जर्जर मकानों में जीने को मजबूर
प्रखंड के छोटकी आसेहार के गरीब परिवार आज भी जर्जर मकानों में जीने को मजबूर हैं। सरकार की ओर से अबुआ आवास योजना का दावा किया जा रहा है, लेकिन हकीकत में यह योजना कागजों तक ही सीमित है। जब बारिश होती है, तो माँएं बच्चों को प्लास्टिक से ढक देती हैं ताकि वे भीग न जाएं। इससे पता चलता है कि गरीब परिवार कितनी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।सरकारी सिस्टम की उदासीनता के कारण गरीब परिवारों को उनका हक नहीं मिल पा रहा है। अबुआ आवास योजना के तहत गरीब परिवारों को पक्के मकान देने का दावा किया जा रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। न्यूज की टीम जब गाँव पहुंची, तो टूटे घरों और टूटी उम्मीदों की लंबी कतार सामने थी। गरीब परिवारों की जिंदगी में बदलाव की उम्मीदें धूमिल होती जा रही हैं।
प्रखंड विकास पदाधिकारी ललित प्रसाद सिंह ने कहा कि मीडिया से उन्हें जानकारी मिली है और इस वर्ष सत्य प्रतिशत कच्चे मकानों को पक्की आवास में अच्छाचित करने का लक्ष्य है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सर्वे के आधार पर जल्द ही सभी जरूरतमंदों को प्राथमिकता के साथ आवास आमंत्रित किया जाएगा।
भाजपाइयों ने हेमंत सरकार के खिलाफ किया आक्रोश प्रदर्शन | Today Palamu News
Panki प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में मंगलवार को भाजपा के तत्वाधान में आक्रोश प्रदर्शन किया गया। भाजपा ने हेमंत सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार, ध्वस्त कानून व्यवस्था, लचर बिजली-पानी व्यवस्था, अवैध बालू-पत्थर और कोयला की लूट और बेरोजगारी के विरोध में प्रखंड स्तरीय आक्रोश प्रदर्शन किया।
भाजपा नेताओं के आरोप:
- भाजपा नेताओं ने हेमंत सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार भ्रष्टाचार और अपराध को बढ़ावा दे रही है।
- उन्होंने कहा कि सरकार की लचर नीतियों के कारण राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है और लोगों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।
प्रदर्शन में शामिल नेता और कार्यकर्ता:
- प्रदर्शन में भाजपा के कई नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।
- उन्होंने हेमंत सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन प्रखंड विकास पदाधिकारी को सौंपा।
आक्रोशोध प्रदर्शन का उद्देश्य:
- भाजपा के आक्रोश प्रदर्शन का उद्देश्य हेमंत सरकार पर दबाव बनाना है ताकि सरकार अपनी नीतियों में सुधार करे और लोगों की समस्याओं का समाधान करे।